कांदू के दुकानदार डर के साए में दुकानदारी करने को मजबूर, एनएच प्राधिकरण से डंगा लगाने की मांग
चंबा 29 फरवरी मुकेश कुमार (गोल्डी)
भरमौर-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित कांदू बाजार में पहाड़ी दरकने से गत बरसातों में भारी प्राकृतिक संपदा एवं दुकानों का नुकसान देखने को मिला था जिससे कई घंटों यातायात भी अवरुद्ध रहा था बताते चलें की इस भूस्खलन में के छोटे-बड़े चील के पेड़ भारी मलबे के साथ नीचे आगे रहे थे। लेकिन मौजूदा समय में हालत तो सामान्य है किंतु एनएच प्राधिकरण शायद यहां पर डगें लगाना भूल गया है और अब हो सकता है दोबारा किसी बड़े नुकसान के इंतजार में है ।
इसीलिए शायद एनएच प्राधिकरण देंगे लगाना उचित नहीं समझ रहा जैसा की आप सभी तस्वीर के माध्यम से देख रहे हैं कि बड़े चील के पेड़ों की जड़ें साफ दिख रही है जो आने वाली बरसात में मिट्टी सहित भूस्खलन का शिकार होते हुए किसी बड़े हाथ से को अंजाम दे सकती हैं इसलिए पंजौह पंचायत की प्रधान एवं स्थानीय दुकानदारों ने एनएच प्राधिकरण से मांग की है कि जल्द से जल्द इस खाली बड़ी जगह पर एक बड़े डगें का निर्माण करवाया जाए क्योंकि कांदू बाजार में आने जाने वाली गाड़ियां चाय पानी के लिए जरूर रुकती हैं। हमेशा यहां कोई ना कोई गाड़ी या सवारियां खड़ी मिल ही जाती हैं अगर यह भारी भरकम पेड़ नीचे ए गिरते हैं तो बड़ा जानीमाली नुकसान भी देखने को मिल सकता है।
इसलिए स्थानीय दुकानदार एवं मौजूदा ग्राम पंचायत प्रधान ने न प्राधिकरण एवं प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस यहां एक बड़े डगें का निर्माण कार्य करवाया जाए। ताकि स्थानीय दुकानदार भी चैन की सांस ले सकें क्योंकि उनकी दुकानों के ठीक ऊपर खतरे की तलवार लटका हुई है। लेकिन देखने वाली बात यह भी है कि वन विभाग भी इसको लेकर बीते काफी समय से चुप्पी साधे हुए है। क्योंकि बीते समय में यहां वन संपदा का भी काफी नुकसान हुआ है। और भविष्य में और ज्यादा हो सकता है।