
कैबिनेट बैठकों में ज़िला चम्बा की बारंबार अनदेखी का गुनहगार कौन :- मनीष सरीन
चंबा 25 जनवरी मुकेश कुमार ( गोल्डी)
24 जनवरी यानी बीते कल धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश कैबिनेट की एक बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में प्रदेश के स्वास्थय व पर्यटन विकास से सम्बंधित कई अहम फैसलों पर सरकार की स्वीकृति मिली । इस बैठक को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनीष सरीन ने कैबिनेट बैठक में ज़िला चम्बा की अनदेखी को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। मनीष ने कहा की हाल ही में धर्मशाला में हुई कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य प्रणाली विकास के मद्देनज़र एम्स व डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा के लिए 56 करोड़ रुपये रोबोटिक सर्जरी व उपकरणों के लिए स्वीकृत किये गए। पर्यटन विकास के मद्देनज़र 80 करोड़ रुपये कुल्लू रोपवे व 150 करोड़ रुपये धर्मशाला अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के लिए स्वीकृत किये गए। इसके अलावा और भी कई विकास परियोजनाओं को सरकार द्वारा स्वीकृति दी गई। मनीष ने कहा की प्रदेश विकास के मद्देनज़र कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसले सराहनीय हैं परन्तु कैबिनेट बैठक में एक बार फिर ज़िला चम्बा की अनदेखी किया जाना अति दुर्भाग्यपूर्ण है। पूर्व में रही सरकारों व मौजूदा प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए मनीष ने कहा की कैबिनेट बैठकों में बारंबार ज़िला चम्बा की अनदेखी व निरंतर सौतेले व्यवहार का कारण आखिर क्या है। ज़िला चम्बा की जनता व नेताओं से मनीष ने सवाल किया है की कैबिनेट बैठकों व विधानसभा सत्रों में निरंतर हो रही ज़िला की अनदेखी का असली गुनहगार आखिर कौन है। मनीष ने कहा की वे ज़िला चम्बा की जनता से अपील करते हैं की भविष्य में गहन विश्लेषण करके अपने नेता चुनें व अपने चुने हुए नेताओं से ज़िला की अनदेखी को लेकर सवाल करना शुरू करें। ऐसा करने से ही ज़िला चम्बा के अच्छे भविष्य को सुनिश्चित किया जा सकता है।