उत्कृष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनीखेत में दसवीं के खराब परिणाम को लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष

उत्कृष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनीखेत में दसवीं के खराब परिणाम को लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष

चंबा /डलहौजी 09 मई मुकेश कुमार (गोल्डी)

जहां एक ओर पूरे हिमाचल में सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रिधिमा शर्मा ने 700 में से 699 अंक प्राप्त कर पूरे देश एवं प्रदेश में अपना एवं अपने माता-पिता का नाम रोशन किया तो वहीं इसके विपरीत उत्कृष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनीखेत जो हर प्रकार की सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण है ,जहां दसवीं की परीक्षा में कुल 29 बच्चों ने परीक्षा दी थी जिनमें मात्र 6 बच्चे पास हुए तो वही पांच बच्चों की कंपार्टमेंट आई है और 18 बच्चे पूर्ण रूप से असफल रहे ,जिससे पुरे बनीखेत में चर्चाओं का माहौल गर्म है। हैरानी की बात तो यह है कि फेल होने वाले छात्रों में ज्यादातर बच्चे हिसाब (मैथ) विज्ञान ( साइंस) समाज (सोशल साइंस) एवं अंग्रेजी ( इंग्लिश) में फेल हुए हैं और कंपार्टमेंट भी इन्हीं विषयों में आई है। बच्चों के ऐसे खराब रिजल्ट को लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष व्याप्त है कई स्थानीय बुद्धिजीवियों का मानना यह है कि जब स्कूल में हर सुविधा उपलब्ध है हर अध्यापक उपलब्ध है तो फिर आखिर क्या ऐसी वजह है जो स्कूल में पढ़ा रहे अध्यापक स्कूलों का अच्छा रिजल्ट देने में असमर्थतता दिखा रहे हैं। कई बुद्धिजीवियों का तो ऐसा भी मानना है कि अगर 29 बच्चों में इन अध्यापकों के बच्चे भी पढ़ रहे होते तो क्या फिर भी ऐसा परिणाम देखने को मिलता? शायद नहीं क्योंकि ज्यादातर अध्यापकों के बच्चे प्राइवेट स्कूलों में अच्छी सुख सुविधाओं में शिक्षा ग्रहण करते हैं जहां अध्यापक उनकी शिक्षा के लिए भारी भरकम फीस भी अदा करते हैं और गाड़ियों का खर्चा अलग से, इसके विपरीत इन सरकारी स्कूलों में मात्र वही बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं जो गरीबी रेखा के आसपास रहते हैं जहां वह पास हो तो भी ठीक अगर फेल हो तो भी कोई फर्क नहीं। इस बारे में जब प्रधानाचार्य प्रीतम ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी कुछ समय पहले ही उन्होंने बनीखेत स्कूल में अपनी सेवाएं देनी शुरू की है उन्होंने बताया कि स्कूल के ऐसे परिणाम के लिए वह भी बड़े स्तब्ध एवं हैरान है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी विषयों के अध्यापकों ने अपनी तरफ से पूरी मेहनत की थी, एक्स्ट्रा क्लासेस भी लगाई गई ,बावजूद इसके भी ऐसा परिणाम आना अपने आप में हैरानी का विषय है। उन्होंने इस बात को लेकर सभी को आश्वस्त किया है कि भविष्य में बनीखेत स्कूल का परिणाम बेहतर होगा और वह इसके लिए मेहनत कर रहे हैं और बच्चों से भी मेहनत करवा रहे हैं।राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बनीखेत के ऐसे परिणाम के लिए बनीखेत एवं इसके आसपास के गांव में चर्चा है तो वहीं कई समाजसेवी एवं स्थानीय गांववासी एवं अभिभावक ऐसे खराब परिणाम के लिए हैरान हैं। और वह सभी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ताकि भविष्य में ऐसे खराब परिणामों का सामना न करना पड़े।

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