चंबा 13 सितम्बर मुकेश कुमार (गोल्डी)
ग्राम पंचायत बनीखेत के तहत वार्ड नंबर 6 पद्दर में स्थित इको पार्क इन दोनों अपनी बदहाली के आंसू रो रही है शरारती तत्वों ने झूलों, फव्वारों एवं मूर्तियों को अपना निशाना बनाया है जगह-जगह भारी तोड़फोड़ से पार्क की हालत बद से बत्तर हो चुकी है। काबिले गौर है कि इको पार्क जिला की एकमात्र ऐसी पार्क जो अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती रही है किंतु आज ग्राम पंचायत की अपेक्षा का शिकार हुई यह पार्क अपनी बदहाली के आंसू रो रही है, सफाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमराई हुई है पार्क को खोलने और बंद करने का कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है, कुछ सरफिरे दोपहिया वाहन लिए अंदर घूमते हैं जिससे पार्क की टाइलें तक उखड़ गई है।
इस बारे में जब पंचायत प्रधान अरुण राणा से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत द्वारा बहुत जल्द पार्क का कायाकल्प किया जाएगा किंतु मौजूदा समय में पार्क की हालत जरूर दहनीय हुई है इसका एक बड़ा कारण लोगों की घटिया सोच है जो अपनी स्थानीय प्रॉपर्टी को अपना ना समझ कर उसे नुकसान पहुंचाने में कोई संकोच नहीं करते पार्क को पहले बंद किया गया था लेकिन शरारती लोगों द्वारा पार्क की दीवारें फांदकर अंदर जाकर घुसते थे और कुछ गांव वासीयो का कहना था की पार्क में ताले लगाना या बंद करना उचित नहीं है इसलिए पंचायत द्वारा तले हटा दिए गए और पार्क को पूर्णता खोल दिया गया पार्क खुलते ही शरारती लोगों ने उसे नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया हालांकि पंचायत समय-समय पर आकर देखरेख करती है। लेकिन पंचायत ने भविष्य में पार्क को लेकर एक पूर्णता रूपरेखा तैयार की है और बहुत जल्द पार्क का कायाकल्प किया जाएगा। बताते चलें कि इको पार्क बनीखेत का रखरखाव, साफ सफाई व्यवस्था, एनएचपीसी के द्वारा ही करवाया जाता आ रहा था किंतु किन्हीं कारण से पार्क का जिम्मा स्थानीय पंचायत को सौंप दिया गया और आज आलम यह है कि पार्क में जगह-जगह भारी तोड़फोड़ देखने को मिल रही है।बीते कुछ दिनों से पंचायत द्वारा मुख्य द्वारों पर ताले जड़ दिए गए हैं किंतु कुछ शरारती तत्वों द्वारा पार्क की दीवारें फांदकर अंदर आना-जाना बद्दस्तूर जारी है।