आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंबा के कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने अंगदान की शपथ ली I इस मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम भारद्वाज ने शपथ दिलवाने के बाद बताया कि यदि मरने के बाद भी अपने शरीर का कोई अंग किसी के काम आता है तो यह सबसे बड़ा दान होता है, उदाहरण के तौर पर उन्होंने बताया कि मर जाने के 6 घंटे के अंदर कोई आंख दान कर देता है तो दान की हुई आंख की पुतली अंधे व्यक्ति को प्रत्यारोपित करके वह व्यक्ति जीवन भर उस आंख से देख सकेगा I उन्होंने सभी को निर्देश दिए की आयुष्मान भव भारत अभियान के अंतर्गत लगने वाले स्वास्थ्य मेलों में लोगों को यह जानकारी दी जाए और उन्हें भी अंगदान के लिए प्रेरित किया जाए I