जिला चंबा के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में दिसंबर महीने में भारी पर्यटकों के होने की संभावना-: जिला पर्यटन अधिकारी
चंबा 16 नवंबर मुकेश कुमार ( गोल्डी)
प्राकृतिक आपदा के बाद से हिमाचल पर्यटन को बहुत बड़ा झटका लगा है जहां प्रदेश के खजाने में अच्छा खासा लाभ देखने को मिलता था परंतु इस वर्ष भारी बरसात एवं प्राकृतिक आपदा से हुई भारी तबाही एवं त्रासदी के कारण पूरा हिमाचल पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है जिसका दंश हिमाचल प्रदेश का हर पर्यटक स्थल झेल रहा है। बात अगर जिला चंबा के पर्यटन उद्योग की करें तो प्राकृतिक आपदा से जिला चंबा को कोई खास नुकसान देखने को नहीं मिला किंतु हिमाचल में हुई त्रासदी का प्रभाव इसके पर्यटन उद्योग पर जरूर पड़ा है जहां पूरे साल जिला चंबा का डलहौजी,खज्जियार, भरमौर, साच पास, जैसे स्थलों पर पर्यटन उद्योग को लेकर मायूसी देखने को मिली जिसका सिलसिला बद्दस्तूर अभी भी जारी है।
जिला पर्यटन अधिकारी से बात करने पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भारी राज्यों में हिमाचल को लेकर एक जो डर बना हुआ था वह दर अब धीरे-धीरे लोगों के दिलों से निकल रहा है दिवाली का त्योहार जा चुका है और सर्दियों का आगमन भी शुरू हो गया है जिला चंबा के पर्यटन स्थलों में वैसी ही भीड़ देखने को मिलेगी जैसे कि देखने को मिलती रही है इस बार बर्फबारी भी अक्टूबर के महीने में ही देखने को मिली है जिससे लगता है कि दिसंबर तक डलहौजी भरमौर ,साचपास तीसा, सलूणी, जैसे पर्यटक स्थल बर्फ से लबरेज होकर बाहरी पर्यटकों को अपनी और आकर्षित जरूर करेंगे जिससे दिसंबर का क्रिसमस सफेद बर्फबारी के बीच ही मनाया जाएगा। यही उम्मीद स्थानीय होटल कारोबारी भी कर रहे हैं ।