चंबा में भूकंप के झटके,रिक्टर स्केल पर 5.3 तीव्रता से कांपी धरती, सहमे जिला वासी
चंबा 5 अप्रैल मुकेश कुमार (गोल्डी)
जिला चंबा में बीती करीब करीब रात के 9 बजकर 35 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। जब अचानक झटका लगा तो लोग घरों से बाहर निकल गए और खुली जगह पर चले गए। भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.3 थी। फिलहाल किसी की मौत की सूचना नहीं है। उपायुक्त चंबा मुकेश रैप्सवाल ने बताया कि भूकंप से जिले में कुछ भी नुकसान नहीं हुआ है।लाहौल घाटी और कुल्लू घाटी में एक के बाद एक भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के तीन या चार झटकों के बाद लोग रात करीब 9:35 बजे घर से भाग निकले।
कड़ाके की ठंड में बच्चों को लेकर केलांग में लोग निकले। मनाली और कुल्लू में भी लोग घर छोड़ने लगे। एडीएम कुल्लू अश्वनी कुमार ने बताया। नुकसान की कोई जानकारी नहीं है।1905 में आया था भूकंप तो 20 हजार लोग मारे गए थे। उल्लेखनीय है कि 1905 में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में आठ तीव्रता के भूकंप से 20,000 से अधिक लोग मर गए।रिएक्टर स्केल पर 8 तीव्रता, देर तक झटका महसूस हुआचार अप्रैल 1905 था। सुबह 6 बजे 19 मिनट हुई थी। धरती इस दौरान डोलने लगी और फिर सुबह तहस-नहस हो गया। 8 रिएक्टर स्केल पर भकूंप हुआ। यह लगभग दो मिनट तक चला। हिमाचल में भकूंप लगातार आते रहते हैं। हिमाचल प्रदेश के शिमला, मंडी और चंबा भूकंप के संवेदी जोन-4 और 5 में हैं। जिला चंबा हिमाचल प्रदेश में सबसे अधिक भूकंप झेलता है।