सरकारी योजनाओं की पोल खोलता ग्राम पंचायत बैली का एक परिवार, सिवाय आश्वासनों के कुछ नहीं मिला अभी तक

सरकारी योजनाओं की पोल खोलता ग्राम पंचायत बैली का एक परिवार, सिवाय आश्वासनों के कुछ नहीं मिला अभी तक

डलहौजी /चंबा 10 अक्टूबर मुकेश कुमार (गोल्डी)

विकासखंड भटियात के अंतर्गत ग्राम पंचायत बैली के गांव तलगुट में गरीबी रेखा से नीचे की जिंदगी जी रहा 58 वर्षीय हंसराज अपनी पत्नी वह एक बेटी के साथ इन दिनों गरीबी और मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। गरीबी रेखा से नीचे की जिंदगी जी रहे इस परिवार के हालात दयनीय है। बता दें कि रीड की हड्डी की बीमारी से ग्रस्त हंसराज बीते 1 साल से बिस्तर पर है जो चलने फिरने में भी लाचार है और पूरी तरह से दूसरों पर आश्रित है।

उसके परिवार की माने तो अभी तक गरीबों को मिलने वाली जन कल्याणकारी एवं लाभकारी योजनाओं का कोई भी लाभ अभी तक उन्हें मिल पाया है उन्होंने बताया कि कई बार उन्होंने ग्राम पंचायत बैली की प्रधान पूजा उप प्रधान जैसी राम को अवगत करवाया गया किंतु सिवाय आश्वासनों के उन्होंने भी अभी तक उन्हें कुछ नहीं दिया। बता दे हंसराज की पत्नी लोगों के घरों में जाकर काम करती है तो वहीं छोटी बेटी घर पर ही हंसराज की देखभाल को अंजाम देती है। यह परिवार महंगें इलाज वह महंगी दवाइयां लेने से भी लाचार है। बता दें कि हंसराज के दो बेटे हैं जो अपना प्राइवेट काम कर अपने परिवारों के साथ अपनी गुजर बसर कर रहे हैं। हंसराज टीन नुमा कच्चे मकान में अपनी जिंदगी के बचे दिन कट रहा है जो बरसात के दिनों में टपकता है और अभी सर्दियों शुरू हो रही हैं और बर्फबारी में इस परिवार के लिए टीन नुमा में छत के नीचे सर्दी रातें गुजरा और भी ज्यादा मुश्किल हो जाएगा । बता दे ग्राम पंचायत ने इस परिवार का नाम बीपीएल परिवार में भी दर्ज नही किया है जो एक हैरानी का विषय है । हालांकि इस परिवार ने कई बार ग्राम पंचायत स्तर तथा स्थानीय प्रशासन से अपने हालातो को लेकर गुहार लगाई किंतु सरकारी लाभकारी एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का कितना लाभ आम आदमी को मिल पाता है उसका पर्दाफाश करता यह परिवार है।

इस परिवार हेतु जब ग्राम पंचायत बैली की प्रधान पूजा से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए उन्होंने इस परिवार के हालातो को लेकर ऊपर आला अधिकारियों को सूचित कर दिया था और जल्द ही इन्हें उन सभी सुविधाओं का लाभ मिलेगा जो गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले परिवारों को मिलता है। तो वही हंसराज ने जानकारी देते हुए बताया कि उसके मकान की हालत कुछ ज्यादा अच्छी नहीं है बरसात के दिनों में घर के पीछे बहने वाला नाला उग्र रूप ले लेता है जिसका पानी कई बार घर के अंदर भी आज घुसता है। मेरे पास इतने पैसे भी नहीं है कि मैं घर की मरम्मत करवांऊ या अपने इलाज पर पैसा खर्च करूं मैं लाचार हूं और मेरी धर्मपत्नी लोगों की घरों में जाकर काम कर दो वक्त की रोटी कमा कर गुजारा कर रहे हैं। हंसराज ने ग्राम पंचायत बैली एवं स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई है की उसके हालातो के मध्य नजर उसकी स्वास्थ्य संबंधी , एक पक्के घर तथा गुजर बसर के लिए बुढ़ापा पेंशन हेतु उचित मुआवजे के रूप में आर्थिक मदद की जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!