बनीखेत, सुरगाणी एवं करीयां में एनएचपीसी प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन
मांगों को जल्द पूरा करे एनएचपीसी प्रबंधन वरना होगा उग्र प्रदर्शन
चंबा 10 जनवरी मुकेश कुमार( गोल्डी)
राष्ट्रीय एनएचपीसी वर्कर्स समनव्य समिति के आवाह्न पर एनएचपीसी के ठेका मजदूरों की मांगों को ले कर बैरा स्यूल प्रशासनिक भवन सुरंगानी, क्षेत्रीय कार्यालय बनीखेत एवं एनएचपीसी द्वितीय एवं तृतीय कार्यालय करीयां में धरना प्रदर्शन किया गया। बताते चलें कि एनएचपीसी क्षेत्रीय कार्यालय बनीखेत के ठेका मजदूर, बैरास्युल एवं करीयां के ठेका मजदूरों ने एनएचपीसी प्रबंधन व सरकार की मजदूर विरोधी ठेका प्रथा , आउटसोर्स नीति के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की गई।लंबे समय से ठेका मज़दूर पत्राचार के माध्यम से एनएचपीसी प्रबंधन को अपनी मांगों के बारे में चेताता आया है,
लेकिन प्रशासन के कान में आज तक जूं नहीं रेंग रही है ,तथा आज मजबूरन एनएचपीसी ठेका वर्कर पूरे देश में इस अनदेखी के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं ।वर्कर्स यूनियन की मांग है कि,श्रम कानूनों को सख्ती के साथ लागू किया जाए।फैक्ट्री एक्ट जिसे सीमित दायरे में रखा गया है उसे पूरे प्रोजेक्ट में काम कर रहे ठेका मजदूरों के लिए लागू किया जाए ।ठेका मजदूरों ने मांग की है कि उन्हें नियमित करने के लिए कोई ठोस नीति बनाई जाए।नियमित कर्मचारियों की तरह हर सुविधा दी जाए ,क्योंकि ठेका मजदूर भी वही काम करता है जो एक नियमित कर्मचारी करता है।”समान काम समान वेतन” देने की मांग ठेका मजदूरों ने की है।
मजदूरों ने अपनी मांगों को उठाते हुआ कहा कि हम 15 से 20 सालों से ठेके पर ही काम कर रहे हैं और प्रबंधन मजदूरों का शोषण कर रहा है प्रोजेक्ट में श्रम कानूनों की और फैक्ट्री एक्ट की अनदेखी होती है। ठेका मजदूर जो वर्षों से काम कर अपनी सेवाएं दे रहे हैं उन्हें नियमित किया जाए। जब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि “समान काम समान वेतन” दिया जाना चाहिए लेकिन सरकार और प्रशासन साफ तौर पर उसकी अवमानना कर रहे हैं।नियमित कर्मचारियों को अधिक बोनस दिया जाता है लेकिन इसकी तुलना में ठेका कर्मचारियों को 8.33 प्रतिशत ही दिया जाता है । सभी आउटसोर्स कर्मियों ने मांग करते हुए कहा की उन्हें भी 20% बोनस दिया जाए। नियमित कर्मचारियों को स्वास्थ्य और आवास सुविधा दी जाती जबकि ठेका कर्मी भी इसी संस्थान में सेवाएं दे रहे हैं उन्हें ये सुविधाएं नहीं दी जाती हैं । उड़ी प्रथम व किशन गंगा में पीएसआर दिया जाता है। जबकि कॉरपोरेशन ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि समान वेतन दिया जाएगा लेकिन ये केवल झूठ ही साबित हो रहा है। हाल ही में बढ़ाया गया वेतन भी अभी तक नही दिया गया है ।
इस प्रदर्शन के माध्यम से हम चेताना चाहते हैं की समय रहते मांगों पर गौर किया जाए। अन्यथा ये आंदोलन अपनी दिशा बदल लेगा जिसके लिए एनएचपीसी प्रबंधन व सरकार ही जिम्मेदार होगा।धरने में सीटू जिला कमेटी के प्रधान नरेंद्र विरुद्ध , बनीखेत वर्कर यूनियन प्रधान सतीश कुमार उपप्रधान प्रमोद बैरा स्यूल प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के प्रधान चमन ने चेताया है कि अगर प्रशासन ठेका मजदूरों की बात नही सुनती है तो देशव्यापी आंदोलन छेड़ने से भी पीछे नहीं हटेंगे तमाम आउटसोर्स कर्मचारी तो वही जिला चंबा के करीयां में तमाम आउटसोर्स कर्मचारी ने एकजुट होकर एनएचपीसी प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल अपना रुख साफ किया, तमाम इकट्ठा हुए आउटसोर्स कर्मचारी ने एनएचपीसी प्रबंधन के नारेबाजी की