ढलोग पंचायत के वार्ड नंबर 5 के निवासी डर के साए में रातें गुजारने को मजबूर
चंबा 23 दिसंबर मुकेश कुमार( गोल्डी)
विकासखंड भटियात के अंतर्गत ग्राम पंचायत ढलोग के वार्ड नंबर 5 के कुछ घर इन दोनों डर के साए में जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। बताते चले की फॉरेस्ट नर्सरी के साथ लगते कुछ घर जो ढलोग पंचायत के वार्ड नंबर 5 में आते हैं उन घरों के ठीक सामने आधा दर्जन से ज्यादा पॉपलर के पेड़ खड़े हैं जो इतने बड़े हैं कि मौसम खराब होते या तूफान चलते ही स्थानीय लोगों को डर का एहसास करवा देते हैं। पॉपुलर प्रजाति के पेड़ों की लकड़ी कच्ची होती है जिससे माचिस की तिलिया तक बनाई जाती हैं इस इसलिए इन पेड़ों के साथ लगते जो भी घर हैं वह मौसम खराब होते ही सहम जाते हैं।
स्थानीय निवासी जनक राज ने जानकारी देते हो बताया कि उनके द्वारा गत सरकार के वन मंत्री को लिखित एवं मौखिक रूप से बखूबी अवगत करवाया गया था किंतु इस बारे में कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। तो वही इस बारे में जब कॉरपोरेशन ऑफिस चंबा के ऐ एम हाकिम सिंह से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है इस बारे में उन्होंने टेंडर परिक्रिया को भी अंजाम दिया था लेकिन ठेकेदारों द्वारा इस काम को लेकर किसी तरह की कोई रुचि नहीं दिखाई गई और उन्होंने टेंडर परिक्रिया में शामिल ही नहीं हुए इसलिए उन्होंने इस बारे में डलहौजी मंडल को पत्राचार के माध्यम से अवगत करवा दिया है तो वही डीएफओ डलहौजी रजनीश महाजन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसके लिए कॉरपोरेशन ऑफिस द्वारा ही कटान परिक्रिया को अंजाम दिया जाता है। लेकिन इस मामले को लेकर वह जल्द ही कॉरपोरेशन ऑफिस से पत्राचार के माध्यम से संपर्क करेंगे और जल्द से जल्द वार्ड नंबर 5 के लोगों के समक्ष आ रही इस समस्या को जल्द सुलझाने की भरपूर कोशिश करेंगे।
तो वहीं वार्ड नंबर 5 के लोगों ने स्थानीय प्रशासन ग्राम पंचायत एवं वन विभाग से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द इन पेड़ों को काटा जाए क्योंकि बीच में पेड़ सूख भी रहे हैं जिससे हल्के से तूफान से भी इन पेड़ों के घरों पर गिरने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने यह भी चेताया कि अगर भविष्य में ऐसा कोई हादसा पेश आता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा क्योंकि इसके लिए उन्होंने सरकार प्रशासन एवं पंचायत को पहले से आगा कर रखा है उसकी बावजूद भी किसी तरह की कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है।