डलहौजी के अंतर्गत गांव मंधियार में भीषण अग्निकांड से दो मंजिला मकान चढ़ा आग की भेंट ,लाखों के नुकसान का अनुमान
चंबा 25 सितंबर मुकेश कुमार ( गोल्डी)
उपमंडल डलहौजी के अंतर्गत ग्राम पंचायत गोली के गांव मंधियार में एक दो मंजिला मकान के आज की भेंट चढ़ जाने का मामला प्रकाश में आया है जिससे लाखों के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है गनीमत यह रही की किसी तरह का कोई जानी नुकसान देखने को नहीं मिला है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते कल रविवार अल सुबह जब अजय कुमार पुत्र धर्मपाल का पूरा परिवार नींद में सोया हुआ था कि अचानक परिवार वालों को दम घुटने का एहसास हुआ और पाया कि घर की एक तरफ आग लगी हुई है जो की धीरे-धीरे पूरे घर को अपनी आगोश में ले रही है।
आनन-फानन में पूरा परिवार घर से बाहर पहुंचा और आसपास के लोगों को इकट्ठा किया। इससे पहले की इकट्ठा हुए लोग आग को काबू कर पाते आग प्रचंड रूप से पूरे घर में फैल गई। इसी दौरान करीब 5 बजे अग्निशमन चौकी बनीखेत को दूरभाष के माध्यम से सूचित किया गया। अग्निशमन कर्मियों ने बिना समय गंवाए फायरमैन रुमाल सिंह की अगुवाई में दल मौके वाली जगह पर पहुंचा और 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों की मदद से आज पर काबू पाया गया। रुमाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 2 मंजुला मकान में आठ कमरे, दो हाल, दो बरामदे, दो रसोईघर, घर में फर्नीचर, टीवी, फ्रिज एवं बिजली से चलने वाले अन्य उपकरण, तमाम नगदी एवं सोने की जेवरात, कपड़े इत्यादि सब आग की भेंट चढ़ गया। उन्होंने बताया कि करीब 20 से 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। तो वही तहसीलदार डलहौजी रमेश चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि पटवारी को पता चलते ही वह मौके पर पहुंच गए थे
और पीड़ित परिवार को फौरी राहत देने की भी पेशकश की लेकिन परिवार द्वारा उसे लेने से मना कर दिया गया, बरेहाल विभाग द्वारा हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है और प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार के लिए यथासंभव मदद की जाएगी।तो वही ग्राम पंचायत के प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि अजय कुमार के साथ जो हादसा हुआ है उसके साथ उसके लिए पूरी ग्राम पंचायत पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। पीड़ित परिवार का बनाया हुआ घरौंदा अचानक से आज की भेंट चढ़ जाना अत्यंत दुखदाई है पीड़ित परिवार सिवाय अपने आप के कुछ भी घर से नहीं निकाल पाया। ग्राम पंचायत प्रधान ने प्रशासन एवं सरकार से गुहार लगाई है कि पीड़ित परिवार के लिए यथासंभव मदद की जाए ताकि परिवार पर गिरे दुखों से थोड़ी निजात मिल सके।