डॉक्टर एचडी गुराह द्वारा लिखी किताब “मेरी हिमाचल यात्राओं में भक्त” किताब का बनीखेत में हुआ विमोचन
डलहौजी/ चंबा 27 दिसंबर मुकेश कुमार (गोल्डी)
चिनार पैलेस बनीखेत में आज डॉक्टर एचडी गुराह द्वारा लिखी किताब “मेरी हिमाचल यात्राओं में भक्त ” श्री राम और भगवान श्री कृष्णा की प्राप्ति का विमोचन बड़ी ही सादगी के साथ किया गया। इस आयोजन में पूर्व तहसीलदार चंबा संदीप कुमार तथा सहायक अभियंता विद्युत विभाग कृष्णा सूर्यवंशी ने विशेष तौर पर शिरकत की तथा डॉक्टर गुराह कि इस किताब को को लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया इस आयोजन में जहां कॉलेज की छात्राएं मौजूद रही तो वही बनीखेत के मशहूर कपड़ा व्यापारी गुरनाम सिंह ने भी विशेष तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस किताब के बारे में जब किताब के लेखक डॉक्टर एचडी गुराह से बात की गई तो उन्होंने जानकारी बता देते हुए बताया कि इस किताब से पूर्व भी वह दो किताबों का विमोचन कर चुके हैं।
जिनमें उन्होंने अपने जिंदगी के अनेक पहलुओं का बखूबी से जिक्र किया है। आज यह किताब “मेरी हिमाचल यात्राओं में भक्त ” बड़ी ही खूबसूरत कड़ियों को जोड़कर एक माला में संजोने की कोशिश की है उन्होंने बताया कि वे बचपन से ही अध्यात्म से जुड़े रहे हैं जैसे ही उन्होंने डेरा व्यास से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ और उन्होंने दीक्षा ग्रहण की तभी से उनके जीवन में अकस्मात बदलाव देखने को मिले और उन बदलाव तथा जिंदगी के सकारात्मक उदाहरण को उन्होंने इस किताब में लिखे शब्दों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने का भरसक प्रयास किया है। जिससे वह भी अपनी जिंदगी में नकारात्मकता को दूर कर सरल तथा सुगम बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस जिंदगी रुपी संसार को तभी पर किया जा सकता है जब आप सद्गुरु की शरण में जाते हैं और वही आपका मार्गदर्शन करते हुए आपको आपकी जिंदगी में घटित हो रही मुश्किलों से बाहर निकलते हुए आपको इस भवसागर से पर ले आते हैं।
इसलिए सभी को गुरु की शरण में जरूर जाना चाहिए क्योंकि वही मुक्ति का एकमात्र मार्ग है उन्होंने अपनी किताब में विभिन्न यात्राओं से भक्तों से जुड़े जो जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ उनसे प्रेरित आज इस किताब विमोचन किया गया। काबिले गौर हो इस आयोजन में कुछ खास तथा विशेष लोग ही मौजूद रहे क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के अकस्मात निधन पर भव्य आयोजन को सरल तथा सादे रूप में ही पेश किया गया। इस किताब को लेकर कॉलेज के बच्चों ने भी विशेष रुचि दिखाई और अपने लिए एक-एक प्रति को अपने लिए बुक किया।