चुराह के दोहड़ी गांव में वन विश्रामगृह के पास हरे-भरे पेड़ों पर कीलें ठोकर सीना किया छलनी किया, वन विभाग बना मूकदर्शक

चुराह के दोहड़ी गांव में वन विश्रामगृह के पास हरे-भरे पेड़ों पर कीलें ठोकर सीना किया छलनी किया, वन विभाग बना मूकदर्शक

चुराह/तीसा 28 मई दिलीप सिंह ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला के अंतर्गत उपमंडल तीसा की ग्राम पंचायत चांजु के गांव दोहड़ी में वन संरक्षण को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां वन विभाग के विश्रामगृह के बिल्कुल समीप हरे-भरे पेड़ों को लांघते हुए कंटीली तारें बिछा दी गई हैं। यह कार्य न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से चिंता का विषय है, बल्कि वन कानूनों की सरेआम अवहेलना भी है।हैरानी की बात यह है कि यह सब कुछ वन विभाग की संपत्ति के निकट हुआ है, फिर भी विभाग पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है।

ऐसा प्रतीत होता है मानो इस कार्य के लिए विभाग की मौन स्वीकृति प्राप्त हो। जिस व्यक्ति या समूह ने यह कार्य किया है, वह बेखौफ और कानून से निर्भय नजर आता हुआ कानून को ठेंगा दिखा रहा हो जिससे यह प्रतीत होता है कि स्थानीय स्तर पर वन विभाग की कार्यप्रणाली शिथिल हो गई है।इस बात पर और भी अधिक आश्चर्य होता है कि जहां एक ओर विश्रामगृह वन विभाग का है, वहीं विभाग के किसी भी कर्मचारी या वनरक्षक की नजर इस अवैध गतिविधि पर नहीं पड़ी।

यह सवाल खड़े करता है कि अगर विभाग को अपनी संपत्ति के पास हो रहे अतिक्रमण की खबर नहीं है, तो फिर दूरस्थ जंगलों में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी और निगरानी कैसे की जा रही होगी?स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं वन विभाग की कार्यप्रणाली और जिम्मेदारी पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं। जरूरत है कि प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच करे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे।

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