मानसून से संबंधित तैयारियों बारे जिला मुख्यालय चंबा में बैठक आयोजित,उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने की बैठक की अध्यक्षता
चंबा 2 जून मुकेश कुमार ( गोल्डी)
मानसून सीजन के दौरान संभावित आपदा व ख़तरे से संबंधित तैयारियों के संबंध में जिला मुख्यालय चंबा में बीते कल बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण चंबा मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में बर्षा ऋतु के दौरान संभावित खतरे व आपदाओं से बचाव बारे विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों के संबंध मे विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, विधुत विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग तथा जिला के जल विद्युत परियोजनाओं के प्रतिनिधियों द्वारा वर्षा ऋतु के दौरान संभावित खतरे तथा आपदाओं से बचाव रोकथाम के लिए उठाए गए आवश्यक कदमों वारे विस्तृत चर्चा की गई।बैठक में मुकेश रेपसवाल ने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग तथा नगर परिषद चंबा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहरों कस्बों तथा अन्य स्थानों पर जल निकासी प्रणाली की साफ सफाई आगामी दो से तीन दिन में सुनिश्चित करें ताकि वर्षा ऋतु के दौरान ब्लॉकेज इत्यादि के कारण कोई अप्रिय घटना ना हो। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल पाइपों को सीवरेज प्रणाली से पर्याप्त दूरी पर रखें ताकि बरसात में पेयजल की शुद्धता सुनिश्चित की जा सके।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्षा ऋतु के दौरान जिला में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाइयों का भंडारण सुनिश्चित करने के अतिरिक्त मरीजों के लिए उपयोग किए जाने वाले वाहनों का मुरमत व रखरखाव का कार्य भी सुनिश्चित की करें।बैठक में खाद्य में आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी की जिला की सभी उचित मूल्य की दुकानों पर जुलाई, अगस्त व सितंबर महीने के राशन की अग्रिम आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है इसके अलावा जिला की सभी 9 गैस एजेंसियों में नियमित गैस आपूर्ति के अतिरिक्त प्रति गैस एजेंसी 50 अतिरिक्त सिलेंडरों का भंडारण सुनिश्चित किया गया है। उपायुक्त चंबा ने जिला के सभी उपमंडलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र में स्थापित जल विद्युत परियोजनाओं में चेतावनी प्रणाली के बेहतर कामकाज को सुनिश्चित करें ताकि जल विद्युत परियोजना से संबंधित किसी भी चेतावनी को आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने कहा कि जल विद्युत परियोजनाओं में सायरन ध्वनि की चेतावनी के अलावा जन संबोधन प्रणाली का इस्तेमाल भी सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए संबंधित क्षेत्र में जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी आमजन तक संदेश पहुंचा जाए।बैठक में वर्षा ऋतु के दौरान कई अन्य विभागों से संबंधित संभावित चुनौतियों व खतरों तथा उनकी रोकथाम के लिए गए उठाए गए आवश्यक कदमों की विस्तृत समीक्षा की गई। इसके अलावा आपदा से बचाव व रोकथाम से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं वाले भी विस्तृत चर्चा की गई।बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवानी महेला, एसडीम अरुण शर्मा, राजेश मोंगरा अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग, राजीव कुमार अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग अमित कुमार अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, उपनिदेशक कृषि विभाग, डीआर जेएस भारद्वाज जिला स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ प्रमोद उपनिदेशक उद्यान विभाग सहित जिला चंबा में स्थापित विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं के प्रतिनिधि गण भी उपस्थित थे। बैठक में एसडीम चुराह, चूवाड़ी, सलूनी, डलहौजी तथा तहसीलदार होली वर्चुअल माध्यम से जुड़े ।