शकुंतला मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज सरोल मे नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के अन्तर्गत जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन
चंबा 19 नवंबर मुकेश कुमार ( गोल्डी)
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चम्बा द्वारा बीते कल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विपन ठाकुर के सौजन्य से सकुंतला मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज सरोल मे नव जात शिशु देखभाल सप्ताह के अन्तर्गत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. इस अवसर पर उपस्थित नर्सिंग छात्रों को संबोधित करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ वैहवी गुरंग ने बताया कि हर साल 15 नवंबर से 21 नवंबर तक विश्वभर में नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का आयोजन किया जाता है। जिसका मुख्य उद्देश्य जन्म से 28 दिनों में नवजात शिशु की होने वाली सबसे ज्यादा मृत्यु को कम लगाना है। यह समय नवजात के लिए की देखभाल हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण होता है 0 से 1 साल तक की होने वाले बच्चों में कुल मौतों में 35% 0 से 28 दिन के भीतर होती हैं।अतः इस पीरियड के दौरान बच्चों की विशेष देखभाल की जाए जैसे की प्रसव के दौरान उसको ठंड से वचाव किया जाए।
इसके लिए प्रसव के कमरे का तापमान उचित गर्माहट वाला हो ,उसके उपरांत उसको तत्काल मां का दूध पिलाया जाए जोकि बच्चों को गर्माहट तथा इम्यूनिटी प्रदान करता है। इसके साथ ही उसको ठंड से बचाने के के लिए उसके सिर तथा पाव को ठीक तरह से ढका जाए अथवा लपेटा जाए, जन्म के बाद उसे कम से कम नहलाया जाए लगभग 48 घंटे तक तो बिल्कुल ही नहीं ।जन्म के समय कम वजन वाले बच्चों को कंगारू मदर केयर प्रदान की जाए ।इसके अलावा बच्चों को 6 माह तक सिर्फ और सिर्फ मां का दूध पिलाया जाए 6 माह के उपरांत उसे मां के दूध के साथ-साथ पूरक आहार भी खिलाना शुरू किया जाए। मां का दूध कम से कम 2 साल तक पिलाया जाए तथा बच्चों को राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी के अनुसार बीमारियों से बचाव के लिए लगने वाले सभी टीकों का पूर्ण टीकाकरण किया जाए ।नवजात बच्चों में दिखने वाली जनम जात विकृतियों को नोट किया जाए वह उन्हें जल्दी से जल्दी उपचार के लिए उचित स्वास्थ्य संस्थान भेजा जाए ।इसके साथ ही बच्चों में होने वाले जोखिमपुर लक्षणों को पहचान कर जैसे यदि बच्चा कुछ भी खा पी न रहा हो उसमें पीलापन हो उसे बुखार हो उसकी छाती अंदर धंसी हो,सांस की गति तेज हो, वह जो भी खाए पिए उस उल्टी कर दे, उसे ऐंठन या दौरे आए तो उसे तुरंत चिकित्सीय उपचार के लिए उचित स्वास्थ्य संस्थान में भेजा जाए ।
इन सभी बातों पर ध्यान में रखकर तथा मां को इन सारी बातों में के बारे में जागरूक करके हम नवजात शिशु में 0 से28 दिन के बीच में होने वाली नवजात शिशु मृत्यु दर को कम कर सकते हैं । इस अवसर पर छात्रों के लिए भाषण प्रतियोगिता ओर पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिस मै भाषण प्रतियोगिता मै प्रथम स्थान पायल दूसरा स्थान अर्चना ओर तीसरा स्थान सुहानी ओर पोस्टर मेकिंग मै पहला स्थान अहिषा मालिक दूसरा स्थान तमन्ना ओर तीसरा स्थान रक्षा ने हासिल किया. स्वास्थ्य विभाग चम्बा की तरफ से इन्हे सम्मानित किया गया इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से एम ई आई ओ सी आर ठाकुर, बीसी कोऑर्डिनेटर दीपक जोशी भी उपस्थित रहे।