जल शक्ति विभाग मंडल कार्यालय का स्थानांतरण दुर्भाग्यपूर्ण -:विधायक डीएस ठाकुर
जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय का भटीयात में स्थानांतरण के फैसले को लेकर डलहौजी क्षेत्र का हर एक व्यक्ति आहत है। एक-एक करके सरकारी कार्यालयों का डलहौजी से स्थानांतरण क्षेत्र के लिए चिंता का विषय बना हुआ है बताते चलें कि जब उपमंडल कार्यालय सलूणी में अलग बन सकता है लोक निर्माण विभाग मंडल कार्यालय भटीयात में नया बन सकता है। तो फिर भटीयात में जल शक्ति विभाग का मंडल कार्यालय नया क्यों नया नहीं बनाया गया ?
इसको लेकर क्षेत्र के भाजपा मंडल डलहौजी के उपाध्यक्ष प्रहलाद कुमार ने स्थानांतरण को लेकर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के इस एक तरफा फैसले को महज़ बदले की राजनीति करार दिया।
जिला परिषद सदस्य पवन टंडन ने जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय के स्थानांतरण को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार डलहौजी के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है यह ओछी राजनीति की झलक दिखाई देती है।
तो वहीं डलहौजी नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता मनोज चड्ढा ने भी सरकार पर सौतेले व्यवहार का आरोप जड़ते हुए कहा की सरकारी कार्यालयों का पलायन चिंता का विषय है। ऐसा करने से यह प्रतीत हो रहा है मुख्यमंत्री केवल अपने चहेतों को ही खुश करने में लगे हैं। मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस की प्रदेश सरकार को क्षेत्रवासी लोकसभा चुनावों में इसका जबाब जरूर देगा।
तो वहीं छह बार की पूर्व विधायिका एवं पूर्व शिक्षा मंत्री हिमाचल प्रदेश आशा कुमारी ने बताया कि सरकार का ये जल्दबाजी में लिया गया फैसला है और यह एक घोषणा मात्र है। उपमंडल कार्यालय स्थानांतरण को लेकर वह शिमला में मुख्यमंत्री से जरूर बात करेंगी और यह कार्यालय यहां से स्थानांतरण ना हो उसके लिए पुरजोर प्रयास करेंगी।
तो वहीं डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक डीएस ठाकुर ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब से प्रदेश सरकार बनी है तब से डलहौजी को केवल आश्वासन ही मिले हैं और जो डलहौजी के पास है उसे दूसरी जगह स्थानांतरण करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार सत्ता के नशे में इतनी चुर हो चुकी है कि उन्हें किसी का हित भी दिखाई नहीं दे रहा यही कारण है कि प्रदेश सरकार आम आदमी के दिलों से उतरती जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस फैसले को गलत करार देते हुए चुटकी लेते हुए कहा कि मजा तो तब होता कि भटियात में जल शक्ति विभाग का नया मंडल कार्यालय खोला जाता ताकि डलहौजी को नुकसान भी नहीं होता और विधानसभा अध्यक्ष भी खुश हो जाते। इसके पीछे मुख्यमंत्री की क्या मंशा है जनता सब जानती है।