डलहौजी व इसके आसपास के क्षेत्र में कूड़े को ठिकाने लगाने का कोई उचित प्रावधान नहीं, कई पंचायतें भी परेशान
चंबा चंबा 12 दिसंबर मुकेश कुमार( गोल्डी)
कूड़ा-कचरा हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है। ऐसा तब होता है जब लोग कचरे का उचित तरीके से निपटान करने के बजाय उसे सीधा खुले जमीन पर फेंक दिया जाता है । यह कृत्य हमारे परिवेश को गंदा और आसपास की स्वच्छता पर दाग लगता है । ऐसा ही कुछ क्षेत्र की ग्राम पंचायत बनीखेत, पुखरी, ढलोग व अन्य पंचायतों में देखने को मिल रहा है जहां कुडा-कचरा निपटान को लेकर सभी पंचायतें सख्तें में है।
और अभी तक इसका कोई स्थाई हल ना तो स्थानीय प्रशासन ही कर पाया है और ना ही स्थानीय पंचायतें ही अपने स्तर भी कुछ कर पाई हैं। और दिन प्रतिदिन इस समस्या को लेकर हालत बद से बद्तर होते प्रतित हो रहे है। हालांकि पिछले कल जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय में कूड़ा करकट को लेकर नगर परिषद चंबा को सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं।
किंतु क्या यह पर्याप्त हैं यह अपने आप में ही सवालिया निशान उठाता है। बात अगर तीनों पंचायत एवं डलहौजी की करें तो डलहौजी छावनी को छोड़कर क्षेत्र में कहीं भी कूड़े को ठिकाने लगाने का कोई भी उचित प्रावधान उपलब्ध नहीं है ना ही डंपिंग साइट है और ना ही कूड़े को सही ठिकाने लगाने का कोई उचित प्रावधान। इस बारे में जब उपमंडलाधिकारी डलहौजी नागरिक अनिल भारद्वाज से बात की गई तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस बारे में प्रशासन कार्यरत है और संबंधित विभागों एवं पंचायतों से बहुत जल्द बैठक कर इस बारे में निष्कर्ष निकाल कर इस समस्या का निपटान किया जाएगा प्रशासन इस समस्या हेतु सजग है।