
बार एसोसिएशन चंबा द्वारा अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में प्रदर्शन एवं अदालत बहिष्कार
डलहौजी/ चंबा 3 मार्च मुकेश कुमार (गोल्डी)
आज हिमाचल प्रदेश बार एसोसिएशन के आह्वान पर बार एसोसिएशन चंबा के अधिवक्ताओं ने डलहौजी न्यायालय परिसर के बाहर केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान लगभग कई अधिवक्ताओं ने विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की और इसे अधिवक्ताओं के अधिकारों पर हमला करार दिया।विरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने इस विधेयक को कानूनी पेशे की स्वतंत्रता और स्वायत्तता के लिए खतरा बताया और कहा कि यदि इसे लागू किया गया तो अधिवक्ताओं के हितों पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने सरकार से इस विधेयक को तुरंत वापस लेने की मांग की।बार एसोसिएशन चंबा ने निर्णय लिया है कि वे बीते कल और आज (03 और 04 मार्च ) को न्यायालयों का पूर्ण बहिष्कार करेंगे। इसके साथ ही, यदि उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे हिमाचल प्रदेश बार एसोसिएशन के आगामी निर्देशों के अनुरूप आंदोलन को और तेज करेंगे। बार एसोसिएशन चंबा के अधिवक्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि इस विधेयक को जल्द वापस नहीं लिया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। अधिवक्ताओं ने सभी बार एसोसिएशनों और कानूनी समुदाय से इस संघर्ष में एकजुट होने की अपील की है।

बार एसोसिएशन चंबा ने केंद्र सरकार से इस विधेयक पर पुनर्विचार करने की मांग करते हुए इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिवक्ताओं के हितों के विरुद्ध बताया है। इस बारे में बार एसोसिएशन डलहौजी के अध्यक्ष एडवोकेट नितिन महाजन ने जानकारी देते हुए बताया कि बार एसोसिएशन डलहौजी के अंतर्गत समस्त अधिवक्ता भरसक निंदा एवं विरोध है तथा 4 मार्च को भी यह विरोध जारी रहेगा उन्होंने कहा कि जल्द सरकार इस विधेयक को वापस ले वरना यह संघर्ष जारी रहेगा।