वाल्मीकि समुदाय डलहौजी के सदस्यों ने उपमंडल अधिकारी डलहौजी के माध्यम से उपायुक्त चंबा को सौंपा दिया ज्ञापन
चंबा 12 फरवरी मुकेश कुमार( गोल्डी)
आज वाल्मिकी सभा डलहौजी द्वारा उपमंडलाधिकारी डलहौजी नागरिक अनिल भारद्वाज के माध्यम से जिला उपायुक्त चंबा को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें वाल्मिकी सभा डलहौजी ने डलहौजी में ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन करवाने हेतु गहरी चिंता जताई है। इस ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने उपायुक्त महोदय को वाल्मीकि मोहल्ला वार्ड नंबर 3 नजदीक विद्या कॉटेज सदर बाजार में ईसाई समुदाय द्वारा चलाई जा रही चर्च पर भी चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि जहां चर्च चलाई जा रही है वहां सरकार द्वारा जो दो विस्वे जगह वाल्मीकि समुदाय के व्यक्ति को मकान बनाने के लिए दी गई थी जहां मौजूदा समय में ईसाइयों द्वारा हर रविवार को चर्च चला पादरी एवं लोगों द्वारा पूजा अर्चना की जाती है।
यहीं से डलहौजी के भोले भाले वाल्मीकि लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने की रूपरेखा तैयार की जाती है।वाल्मीकि सभा डलहौजी के सदस्यों द्वारा ज्ञापन में यह भी मांग करी है कि डलहौजी के पादरी से ईसाई धर्म के लोगों की सूची भी ली जाए की की कौन-कौन से लोग ईसाई धर्म में शामिल हैं। साथ ही सभा के सदस्यों द्वारा गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उपायुक्त महोदय से गुहार लगाई है कि ईसाई धर्म को मानने वाले लोगों को जो हिंदू वाल्मीकि समाज के जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं उनकी भी सूचीबद्ध जांच पड़ताल की जाए और जो लोग इन सूचियां में हैं उनके नाम रद्द किए जाएं।
बताते चलें कि पूरे हिमाचल में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने ईसाई धर्म को अपनाते हुए नौकरी पाने के लिए जाली प्रमाण पत्रों दिखाकर वाल्मीकि समुदाय के लोगों की नौकरियां को हथियाया है। वाल्मीकि सभा के प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि वह उपमंडलाधिकारी डलहौजी अनिल भारद्वाज, उपायुक्त चम्बा मुकेश रेपसवाल एवं मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू से पुरजोर मांग है कि इस सारे प्रकरण पर कड़ा संज्ञान लेते हुए धर्म परिवर्तन करवाने वालों ध्यान केंद्रित किया जाए ताकि यह पता चल सके कौन से प्रलोभन देकर धर्म पर परिवर्तित करवाया जा रहा है और धर्म परिवर्तन कर लेने के बावजूद भी जाति प्रमाण पत्र में हिंदू वाल्मीकि ही रहते हैं
जिसके आधार पर यह वाल्मीकि समुदाय के बेरोजगार युवाओं की नौकरियों एवं अधिकारों पर डाका डाल रहे। प्रधान ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि यह सब डलहौजी या चंबा का विषय नहीं है बल्कि पूरे हिमाचल में हम वाल्मीकियों का अस्तित्व खतरे में है। यह गहन चिंता का विषय है जिस पर स्थानीय प्रशासन, जिला प्रशासन एवं सरकार को एक जांच करवाई जानी चाहिए ताकि पता चल सके की कितने ईसाई लोगों ने वाल्मीकि बनकर वाल्मिक समुदाय के युवाओं की नौकरियों पर डाका डाला है? यह जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा