चम्बा 23 नवंबर मुकेश कुमार ( गोल्डी)
आज अस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा रोड सेफ्टी को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कपिल शर्मा ने की. इस प्रशिक्षण शिविर में मेडिकल ऑफिसर, फार्मेसी ऑफिसर और नर्सिंग ऑफिसर ने हिस्सा लिया मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस एकदिवसीय कार्यशाला में विशेष रूप से पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ गुरुजनत सिंह संधू , जनरल सर्जन डॉ अभिनव कुमार और एनेस्थीसिया डॉ विवेक विशेषज्ञ द्वारा किस तरह से सड़क दुर्घटनाओं में चोटिल व्यक्तियों की देखरेख और रखरखाव के बारे में विस्तार पूर्वक महत्वपूर्ण जानकारी और लाइफ सेविंग से जुड़ी जानकारी दी . इस दौरान डिपार्टमेंट ऑफ़ ट्रांसपोर्ट से आए प्रतिनिधि ने भी सड़क सुरक्षा दिशानिर्देशों की जानकारी दी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि समाज का जो भी व्यक्ति सदभावना पूर्वक स्वेच्छा से और किसी इनाम या मुआवजा की आशा किए बगैर दुर्घटना स्थल पर किसी पीड़ित व्यक्ति को आपातकालीन चिकित्सा सहायता या गैर चिकित्सा देख रेख की सहायता प्राप्त करता है
ऐसे पीड़ित व्यक्ति को तुरंत अस्पताल तक पहुंच जाता है वह एक नेक व्यक्ति कहलाता है सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तड़पते हुए देखने की बजाय आप उसे अस्पताल पहुंचा कर अपने मानवीय कर्तव्यों का पालन कर सकते हैं इसके लिए आपको पुलिस या अस्पताल प्रशासन द्वारा आगे की किसी भी आवश्यक कार्यवाही में या रुकने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता. इसके साथ सहायता प्रदान करने वाले का नाम, परिचय पता, किसी भी प्रकार का अन्य व्यक्तिगत ब्योरा बताने के लिए भी पुलिस या अस्पताल प्रशासन उसे मजबूर नहीं कर सकता यदि कोई अपनी मर्जी से अपना नाम व्यक्तिगत विवरण पुलिस को बताता है तो उसे गवाह बनने के लिए भी मजबूर नहीं कर सकती. नेक व्यक्ति यदि चाहे तो स्वेच्छा से अपनी गवाही दे सकता है. उस नेक व्यक्ति द्वारा घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की एवरेज में सरकार द्वारा पुरस्कार राशि के रूप में ₹5000 प्रदान करने का भी प्रावधान किया गया है. इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम सिंह भारद्वाज जिला कार्यक्रम अधिकारी ड़ा रोहित डॉ कुलदीप भी उपस्थित रहे.