तहसील चुराह के पटवारी-कानूनगो कलम छोड़ हड़ताल पर, मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध जारी

तहसील चुराह के पटवारी-कानूनगो कलम छोड़ हड़ताल पर, मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध जारी

तीसा/चुराह, 6 मार्च दिलीप सिंह ठाकुर

हिमाचल प्रदेश संयुक्त पटवार एवं कानूनगो महासंघ की राज्य इकाई के आह्वान पर तहसील चुराह के सभी पटवारी और कानूनगो कलम छोड़ हड़ताल (Pen Down Strike) पर हैं। इससे पहले, 25 और 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश लेकर सरकार को अपनी मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया गया था। लेकिन सरकार द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण महासंघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया है।

राज्य स्तरीय कैडर का विरोध

तहसील इकाई के अध्यक्ष थान सिंह ने बताया कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने पटवारी एवं कानूनगो के जिला स्तरीय कैडर को राज्य स्तरीय कैडर में बदलने की अधिसूचना जारी की है, जो तर्कसंगत नहीं है। महासंघ लंबे समय से इस निर्णय का विरोध कर रहा है और इसे वापस लेने की मांग कर रहा है।

समिति की सिफारिशें अब तक लागू नहीं

पटवारी-कानूनगो महासंघ ने पिछले वर्ष भी अपनी मांगों को लेकर सरकार से आग्रह किया था, जिसके बाद सरकार ने बलवान चंद की अध्यक्षता में एक अधिकारियों की समिति का गठन किया। अगस्त 2024 में समिति ने अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप दी थीं, लेकिन अब तक इन पर अमल नहीं किया गया है।

मुख्य मांगें

1. नायब तहसीलदार के लिए कानूनगो की पदोन्नति का कोटा 60% से बढ़ाकर 80% किया जाए।

2. वेतन विसंगति को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।

3. राज्य स्तरीय कैडर प्रणाली को समाप्त किया जाए।

संघर्ष जारी रहेगा

संघ के सदस्यों ने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती, वे संघर्ष जारी रखेंगे और राज्य इकाई के निर्णयों का पालन करेंगे। पटवारियों और कानूनगों की हड़ताल के चलते तहसील स्तर पर राजस्व कार्य प्रभावित हो सकते हैं, जिससे आम जनता को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।सरकार यदि जल्द कोई समाधान नहीं निकालती है, तो महासंघ आंदोलन को और तेज कर सकता है।

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